देवरीकलां । रविवार को नगर में वाहन चेकिंग से कर्फ्यू जैसा माहौल बना रहा। तीन स्थानों पर मजिस्ट्रेट वाहन चेकिंग अभियान के तहत बड़ी संख्या में वाहनों पर कार्रवाई हुई। अभियान के दौरान दोपहिया वाहन और चार पहिया वाहन चालक परेशान होते रहे। तेज रफ्तार, लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने व मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों का पालन न करने के कारण 130 वाहनों को रोककर चेकिंग की गई और उन पर मोबाइल कोर्ट ने 90 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है।
नगर में सुबह 9 बजे व्यवहार न्यायालय के सामने न्यायाधीश रविंद्र कुमार धुर्वे, न्यायाधीश अरुंधति काकौड़िया एवं न्यायाधीश भूपेंद्र तिवारी ने वाहन चेकिंग अभियान शुरू किया। इस दौरान वन विभाग के एसडीओ प्रमोद सिंह से न्यायधीश भूपेंद्र तिवारी उलझ गए और वह अपना सरकारी वाहन छोड़कर भाग गए। पुलिस थाने में 279 की कार्रवाई की गई और उनका वाहन जब्त कर लिया गया। इसी तरह बीएमडब्ल्यू कार और एक बस को भी जब्त किया गया। तहसीलदार देवरी कुलदीप पाराशर का वाहन भी चेक किया गया। इसमें वाहन पर लगी सर्च लाइट के कारण जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा बड़ी संख्या में दोपहिया वाहन, चार पहिया वाहन, कार, यात्री बसें, डंपर, ट्रैक्टर, बोरिंग मशीन, पिकअप वाहन, आपे चालकों पर भी अर्थदंड की कार्रवाई की गई। इनसे 90 हजार रुपये का राजस्व वसूला गया है।
एसडीओपी अजीत पटेल ने बताया कि सिविल लाइन चौराहा और माणिक चंद पेट्रोल पंप चौराहा पर मजिस्ट्रेट चेकिंग की गई। तीनों न्यायाधीशों के आदेश पर 130 वाहनों पर लापरवाही के कारण मोटर व्हीकल एक्ट कार्रवाई की गई और समन शुल्क वसूला गया है। इस अभियान में देवरी थाना प्रभारी रामेश्वर ठाकुर, गौरझामर थाना प्रभारी एसएन भगत एवं महाराजपुर पुलिस अमला मौजूद रहा। वाहनों की इस कार्रवाई से लोगों में जागरूकता आई है।=
निजी वाहन पर मध्यप्रदेश शासन कैसे लिखा
सिविल लाइन पर मजिस्ट्रेट चेकिंग के दौरान कृषि विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर एसके कमरे का वाहन रोका गया। उनके वाहन के कागज चेक किए गए। वैसा ही पाएगा लेकिन उनकी इनोवा कार में मध्यप्रदेश शासन लाल पेंट से लिखा पाने पर मजिस्ट्रेट ने एतराज जताया और कहा कि मध्यप्रदेश शासन निजी वाहन पर नहीं लिख सकते। उसकी परमिशन दिखाओ, तब एसके कमरे परमिशन नहीं दिखा पाए। न्यायाधीश ने वाहन से मध्यप्रदेश शासन हटाने के निर्देश दिए। इसके पूर्व न्यायालय परिसर में मोबाइल कोर्ट के दौरान बिजली मंडल की सहायक यंत्री सुबुद्धि चढ़ार की बोलेरो कार कांच पर पर्दा लगाई जाने पर जुर्माना लगाया गया। जनपद अध्यक्ष अंचला की कार की भी चेकिंग के दौरान रोका गया, लेकिन उनके पास ड्राइविंग लाइसेंस, बीमा, वाहन रजिस्ट्रेशन पाया गया। जिसे जांच के बाद छोड़ दिया गया।