छतरपुर। एक सैकड़ा से अधिक माध्यमिक व प्राथमिक शालाओं के लिए साढ़े 11 लाख रुपये खेल सामग्री के लिए आवंटित किए गए थे। ज्यादातर स्कूलों में खेल सामग्री नहीं खरीदी गई है। जानकारी के मुताबिक जिले की 109 प्राथमिक शाला में 5 हजार रुपये तथा 60 माध्यमिक शालाओं में 10 हजार रुपये प्रति शाला के हिसाब से राशि खातों में सिर्फ खेल सामग्री खरीदने के लिए भेजी गई थी। एक सैकड़ा से अधिक ऐसे विद्यालय हैं, जहां राशि पहुंचने के बावजूद खेल सामग्री की खरीद नहीं की गई है। कई स्कूलों में सिर्फ जनपद शिक्षा केंद्र से सामग्री भेजकर बिल दे दिए गए हैं। विद्यालयों में खेल सामग्री न होने से बच्चों को खेलने के अवसर मिलने पर सवाल पैदा होने लगा है। इसी कारण खेलों में बच्चों की रुचि नहीं दिख रही है। राशि मिलने के चार माह गुजरने के बावजूद खेल सामग्री नहीं खरीदी गई है, जबकि मार्च के अंत तक वित्त वर्ष का लेखा-जोखा भी तैयार होना है। वहीं बकस्वाहा ब्लॉक के 30 प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में खेल सामग्री के लिए आवंटित राशि अभी तक आवंटित ही नहीं की गई है। जबकि अन्य ब्लॉकों के विद्यालयों में नवंबर-दिसंबर में ही राशि आवंटित कर दी गई थी। यहां बीआरसीसी फरजाना कुरैशी ने बताया कि यह बात सही है कि हमने करीब 169 स्कूलों को खेल सामग्री क्रय करने के लिए राश आवंटित की थी। इन सभी स्कूलों से हमने उपयोगिता प्रमाण पत्र भी मांगा था, लेकिन अभी तक एक भी स्कूल ने उपयोगिता प्रमाणपत्र नहीं दिया। उन्होंने खेल सामग्री ली या नहीं, जानकारी नहीं आई है। डीपीसी छतरपुर आरपी लखेर का कहना है कि कितने स्कूलों में खेल सामग्री खरीदी गई और कितने बाकी हैं, इसकी जानकारी अभी मेरे पास नहीं है।
स्कूलों में नहीं खरीदी गई खेल सामग्री, खेल एक्टिविटी बंद