शिकारी पारदियों की जमानत अर्जी खारिज, जेल भेजा

सागर । सोमला हनौता गांव में रविवार को वन विभाग की छापामार टीम द्वारा जंगली सूअर का शिकार करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से 25 किलोमांस, खाल, तीतर के शिकार के फंदे सहित अन्य सामान मिला था। आरोपितों की तरफ से सोमवार को कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की गई थी, कोर्ट ने उसे निरस्त कर दिया है। वहीं दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया है।


जानकारी अनुसार वन विभाग की टीम ने सोमला हनौता के पास टपरियों से गिरफ्तार किए गए अनंत सिंह पिता प्रहलाद सिंह उसके भाई रवि सिंह पिता प्रहलाद सिंह को पूछतांछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया था। यहां वकील के माध्यम से आरोपितों ने जमानत के लिए आवेदन लगाया था। कोर्ट ने सुनवाई के बाद दोनों की जमानत याचिका रद्द कर दी और आरोपितों को जेल भेज दिया है। वन विभाग से मिली जानकारी अनुसार पूछताछ के दौरान आरोपितों ने तीन सुअरों का शिकार करना स्वीकार किया है। उनके पास से मांस, सुअर की खाल, खोपड़ी और शिकार के फंदे आदि मिले हैं। पूछताछ में दोनों भाइयों ने शिकार के दौरान चार अन्य लोगों के शामिल होने की बात स्वीकारी है। वन विभाग इन आरोपियों की पतासाजी में जुटा है, ये फरार हो गए हैं।


 

वन विभाग की टीम द्वारा पकड़े गए सुअर के दोनों शिकारियों को पूछताछ के बाद सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। आरोपी अनंत सिंह व रवि पुत्र प्रहलाद सिंह के वकील की ओर से जमानत की अर्जी लगाई गई, लेकिन उसे खारिज करते हुए कोर्ट ने दोनों को जेल भेज दिया है। वन विभाग सागर के रेंजर लखन सिंह ने बताया कि रविवार शाम मुखबिर की सूचना पर दबिश देते हुए हनोता-सोमला गांव के पास लगे पारदियों के डेरे से दोनों आरोपियों को सुअर की दो खोपडिय़ों, मांस और खाल के साथ गिरफ्तार किया गया था।


 

कुत्तों से घिरवाते से, फिर छब्बल से हमला करते थे


वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जंगली सुअर का शिकार करने के तरीके को लेकर आरोपितों ने बताया है कि उनके पास पालतू कुत्ते हैं, जो शिकार के लिए ट्रेंड किए गए हैं। जंगली सुअर को जंगल के अंदर उनके पालतू कुत्ते घेर लेते हैं, उसके बाद ये लोग घेरा बनाकर उन पर लोहे की भारी छब्बलों से हमला करते हैं। छब्बल मार-मारकर जब घायल होकर निढाल हो जाते हैं तो उनको पकड़कर मार देते हैं। आरोपित सुअर के मांस से दावत करते हैं और आसपास के कई ग्रामीण उनके खरीदकर भी ले जाते हैं। वन विभाग मामले में कार्रवाई करने और बाकी आरोपितों की पतासाजी में जुटा हुआ है।