सागर। यह सागर का रोहित है, इसकी कमर बल खाती है तो बल खाने वाली बालाओं की कमर भी शरमा जाती है, जब लचकती है तो बड़ी-बड़ी नर्तकियां ललचाने लगती हैं। जब इस कमर का कमाल शुरू होता है तो पूरी महफिल धमाल करने लगती है। यह गरीबी में तैयार हुई है और रियाज से निखरी है। यह सागर से मुंबई पहुंची तो मायानगरी इस कमर की माया पर लुट गई। इसके साथ ठुमके लगाने लगी। इसकी प्रतिभा, अभ्यास और सपने बताते हैं कि वह दिन दूर नहीं जब मुंबई में इसकी धूम होगी और शहर इसका धूमधाम से इस्तकबाल करेगा।
सागर के कैथवारी माता मंदिर राजीव नगर निवासी रोहित कुमार अहिरवार ने मुंबई में आयोजित टीवी शो इंडिया बेस्ट डांसर के मंच पर बेली डांस का इस कदर जौहर दिखाया कि शो के जज के साथ डांस के चाहने वाले भी उसकी अदा पर फिदा हो गए। उसके बेली डांस का हुनर ऐसा है कि रशियन की बेली डांसर दांतों तले अंगुली दबा लें। डांस का जौहर ही है कि बेस्ट डांसर की श्रेणी में उसका चयन हुआ है। तीन साल की उम्र में मां का निधन हो गया। कपड़े सीने का काम करने वाले पिता उसे अपने धंधे में लगाना चाहते थे, लेकिन बहन ने साथ दिया और उसने अपने सपनों को अभ्यास करके निखारा। अब जाकर 10 साल की मेहनत रंग लाई है।
20 दिन में तीन एपीसोड शूट किए
रोहित का कहना है कि 10वीं कक्षा तक ही मेरी पढ़ाई हुई। लड़कियों के डांस के कारण बचपन से ही जलील होता रहा, लेकिन टीवी पर गाना देखते ही नाचने लगता था। स्कूल छोड़ने का एक कारण यह भी था कि मुझे देखकर सभी कमेंट करते थे, कि यह लड़कियों की तरह नाचता है। लड़कियों की तरह चलता है। स्कूल छोड़ दिया, लेकिन डांस जारी रहा। जुंबा एक्साइज के कारण शरीर पर मेरी पकड़ और मजबूत हो गई, जैसा चाहता शरीर को मूवमेंट कराने लगा। मुंबई में 20 दिन में तीन एपीसोड शूट हुए हैं, जिसका प्रोमो जारी हुआ है।
14 घंटे करता हूं रियाज
रियाज हर काम के लिए जरूरी है। पढ़ाई छोड़ने के बाद मुझे गुरू के रूप में लकी भैया मिले। उनकी डांस क्लास में मैंने डांस करना शुरू किया। डांस के तौर तरीके सीखे। अलग-अलग डांसों को जाना। डांस क्लास से आने के बाद मैं अपने घर के आंगन में रात में ईयर फोन लगाकर डांस की प्रैक्टिस करता। वर्तमान में 14 घंटे का रियाज डांस के लिए करता हूं। मुझे बेली डांस के अलावा न्यूयॉर्क का जेजे डांस पसंद है। डांस करने में मुझे कभी कोई शर्म नहीं लगी।
बड़ा कोरियोग्राफर बनना चाहता हूं
मैं बड़ा कोरियोग्राफर बनना चाहता हूं। शहर में मेरे जैसे बहुत अच्छे कलाकार हैं, लेकिन उन्हे मंच नहीं मिलता। मेरे प्रोमो जारी होने के बाद लोगों का नजरिया बदला है। एक शो के बाद ही कई लोगों के फोन आने लगे हैं। जो कल तक मुझ पर कमेंट करते थे, आज बधाई दे रहे हैं। यह मेरे लिए बड़ी बात है। इस शो के बाद तीन ऑफर और मिले हैं।