प्रशासन ने मंगलवार की 'जनसुनवाई' रोकी, पेटी में डलवाए 'शिकायती' पत्र

छतरपुर। कोरोना वायरस की दहशत का असर सर्वव्यापी हो चला है। जिला प्रशासन ने हर मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई को स्थगित कर दिया है। ग्रामांचलों से आने वाले ग्रामीणों के शिकायती पत्र एक पेटी में डलवाए गए। जिला मुख्यालय में एहतियातन समुचित प्रबंध किए जा रहे हैं तो वहीं पर्यटन नगरी खजुराहो में भी होटल सूने हो गए हैं। मंदिरों और पुरातत्व संग्रहालय को ताले में कैद कर दिया गया है। पूरे देश में हलचल मचा रहे कोरोना वायरस से बचाव के लिए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी शीलेंद्र सिंह ने आगामी 31 मार्च तक के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए निर्देशन के अनुक्रम में मेला, जुलूस और फाग उत्सव सम्मेलन की अनुमतियां जनसमुदाय को एकत्र होने से रोकने के उद्देश्य से और आमजन की लोक स्वास्थ्य एवं लोकहित की सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल प्रभाव से निरस्त किए गए हैं। इसके अलावा इस संबंध में पूर्व में जारी की गई सभी अनुमतियां भी तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई हैं। साथ ही वाणिज्यिक कर विभाग के निर्देशानुसार नागरिकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त रखने के उद्देश्य से सिनेमा घरों में सिनेमा के प्रदर्शन पर रोक लगाई है। कोरोना वायरस से बचाव का असर मंगलवार को जनसुनवाई में देखा गया है। मंगलवार को जिले के विभिन्न स्थानों से ग्रामीण जन अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं। भीड़ एकत्र न हो इसलिए जनसुनवाई स्थगित की गई। कलेक्टर शीलेंद्र सिंह के निर्देशन में आम जनता को कोरोना वायरस से बचाव के लिए पोस्टर के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले ग्रामीणों ने अपनी शिकायतों को बॉक्स में डाला और चले गए। इन शिकायत शिकायतों का निराकरण जिला कलेक्टर द्वारा किया जाएगा।


 

खजुराहो में मंदिर-संग्रहालय बंद, होटल पड़ गए सुनसान


जिले की विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी खजुराहो में कोरोना वायरस से बचाव का खासा असर देखा जा रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते विश्व विरासत सूची में शामिल पर्यटन नगरी खजुराहो के मंदिरों को पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के आदेश पर 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। जिसके चलते आने वाले देशी-विदेशी सैलानियों को इन मंदिरों की कलाकृति देखने से वंचित रहना पड़ेगा। जानकारी के अभाव के कारण मंगलवार को विदेशी सैलानी जब खजुराहो के मंदिरों के दर्शनार्थ वहां पहुंचे तो उन्हें गेट बंद होने पर आश्चर्य हुआ, लेकिन जैसे ही उन्हें जानकारी मिली तो उन्होंने भी समर्थन किया। गौरतलब है कि कोरोना वायरस जैसा खतरनाक संक्रमण पूरी दुनिया के लिए खतरनाक है। ऐसी स्थितियों में न सिर्फ पर्यटक बल्कि यहां के जो गाइड पर्यटन व्यवसाय पर ही आधारित है, उन्होंने भी बंद का समर्थन किया है। खजुराहो भ्रमण के लिए आए पर्यटकों को गाइडों ने मुख्य मंदिर समूह के बगल में स्थित मतंगेश्वर महादेव मंदिर से बगल में जाकर विश्व विरासत सूची में सम्मलित इन मंदिरों को दूर से ही झलक दिखलाई तथा मंदिरों के इतिहास पर प्रकाश डाला। देशभर में कोरोना संक्रमण की दहशत के कारण खजुराहो के पर्यटन व्यवसाय पर असर पड़ने लगा है। हालात यह हैं कि पर्यटक आने कम हो गए हैं। पर्यटन नगरी में जो पर्यटक हैं, वे भी रवाना हो रहे हैं। फिलवक्त भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण ने सैलानियों की सुविधा के मद्देनजर फ्लाईट का आना-जाना सुचारू रखा है।


 

धुबेला संग्रहालय में पड़ गया ताला


पर्यटन नगरी खजुराहो के मंदिरों और संग्रहालयों को बंद कर दिया गया है तो वहीं झांसी मार्ग पर ग्राम पंचायत मऊसहानियां में स्थित महाराजा छत्रसाल संग्रहालय धुबेला को भी बंद कर दिया गया है। महाराजा छत्रसाल संग्रहालय धुबेला के प्रभारी आशुतोष महाशब्दे ने बताया कि कोरोना वायरस की गंभीर समस्या को देखते हुए राज्य संरक्षित स्मारकों एवं राज्य संचालित संग्रहालयों को आगामी आदेश तक बंद रखे जाने का निर्णय लिया गया है। इस फरमान के परिपालन में महाराजा छत्रसाल संग्रहालय भी बंद कर दिया गया है।