प्रदूषण फैलाने और उसे रोकने के जिम्मेदार हम ही हैं- एसके जैन

सागर । हमारी बढ़ती आवश्यकताएं कहीं न कहीं प्रदूषण बढ़ाने का कारण हैं। हम अपने जीवन के हर क्षेत्र में प्लास्टिक का भरपूर उपयोग कर रहे हैं। डस्ट एवं वाहनों से निकले धुएं के कारण वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। यह बात शासकीय स्वशासी कन्या स्नातकोत्तर उत्कृष्टता महाविद्यालय के निर्देशन में संरक्षण में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य विषय पर आयोजित कार्यक्रम में मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय अधिकारी एसपी झा ने विद्यार्थियों से कही। उन्होंने कहा कि युवा ही पर्यावरण सुरक्षा के वाहक होंगे। सर्वाधिक जिम्मेदारी पढ़े लिखे युवाओं पर है।


मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक संजय कुमार जैन ने कहा सभी प्रकार के प्रदूषण को रोकने व करने के जिम्मेदार हम ही है। नियंत्रण के लिए हर संभव प्रयास करना भी हम सभी की जिम्मेदारी है। वहीं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. इला तिवारी ने कहा कि हमने अपने प्राकृतिक स्त्रोतों का अत्याधिक दोहन कर लिया है। अब संरक्षण की आवश्यकता आ गई है। बात चाहे वनों की हो या जल की दोनों का मनुष्य के जीवन में आत्याधिक महत्व है। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. प्रतिमा खरे व भावना यादव ने कहा कि प्रकृति की खास बात यह है कि जितने उत्पाद प्रकृति से मिलते हैं उनका क्षय भी प्राकृतिक तरीके से होता है। प्रदूषण ऐसा अभिशाप है जो विज्ञान की कोख से जन्मा और जिसका प्रभाव हर जीवित प्राणी को प्रभावित कर रहा है।


 

प्रतियोगिता की विजेताओं को पुरस्कृत किया


इस अवसर पर महाविद्यालय में आयोजित निबंध प्रतियोगिता में महिमा जाट प्रथम, संस्कृति ताम्रकार दूसरे व निशा देवलिया तीसरे स्थान पर रहीं। इस प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार रोशनी ठाकुर, ममता अहिरवार व रानी सोनी को दिया गया। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान संस्कृति, दूसरा स्थान रूचि विश्वकर्मा, तीसरा स्थान ऋतु पटेल व सांत्वना पुरस्कार अंजली अग्रवाल, प्रिया तोमर व श्रद्धा जैन को मिला। इसके साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में निर्णायक के रूप में डॉ. मंगला सूद, डॉ. रजनी दुबे, डॉ. संजय खरे निबंध के तथा पोस्टर प्रतियोगिता के निर्णायक डॉ. सुनीता सिंह, डॉ. रेखा बख्शी, डॉ. रश्मि दुबे सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।