फर्जी केसीसी से लोन निकालने की शिकायत, जांच कर कार्रवाई की मांग

खुरई । तोड़ाकाछी गांव निवासी एक व्यक्ति के नाम से फर्जी तरीके से लोन निकाले जाने की शिकायत की गई है। तोड़ाकाछी निवासी गोरेलाल पिता मंगल अहिरवार ने बताया कि मेरे नाम से 316 खसरा नंबर पर 0.71 हेक्टेयर जमीन है। बड़ी बेटी का संबंध तय होने के कारण मैं बैंक से जमीन पर ऋण निकालने के लिए गया तो पता चला कि जमीन पर पहले से ही 1 लाख 24 हजार का ऋण निकाला जा चुका था। इसके लिए जमीन के दस्तावेज बंधक रखे गए हैं। पीड़ित गोरेलाल ने बताया कि इसकी मैंने बैंक से जब जानकारी जुटाई तो पता चला कि जमीन पर केसीसी के माध्यम से कर्ज लिया गया है। यह कर्ज वर्ष 2009 में लिया गया। कर्ज की राशि जानकीबाई पति राजधर के खाते में भेजी गई। इसमें प्रहलाद और जानकीबाई के नाम के संयुक्त खाते में ऋण की राशि डाली गई है। पूरा फर्जीवाड़ा बरौदिया नौनगर गांव स्थित क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक में अंजाम दिया गया। यह बैंक कुंजन कुर्मी नाम के व्यक्ति द्वारा किए गए केसीसी फर्जीवाड़ा के चलते पहले भी सुर्खियों में रहा है।


 

पीड़ित पर डाला जा रहा दबाव


पीड़ित का कहना है कि वह 6 माह से कलेक्टर से लेकर अन्य राजस्व अधिकारियों सहित पुलिस में न्याय की गुहार लगा रहा है, लेकिन अभी तक न्याय मिला। गोरेलाल ने बताया कि उसने मुख्यमंत्री हेल्प लाइन 181 पर शिकायत की तो अधिकारियों ने दबाव डालकर वापस करा दी। जब न्याय नहीं मिला तो फिर शिकायत की तो फिर रुपये वापस कराकर खाता क्लीयर करने का भरोसा दिलाकर 181 की शिकायत वापस करा दी। लेकिन अभी कोई न्याय नहीं मिला, जिससे तीसरी बार 181 पर शिकायत की है। पीड़ित ने बताया कि पुलिस मामला दर्ज करने में आनाकानी कर रही है। वहीं उपपंजीयक कार्यालय से सर्च रिपोर्ट अपने आप में पूर्ण दस्तावेज होता है।


 

पीड़ित ने दी आत्महत्या की चेतावनी


गरीब परिवार के पास भरण पोषण के लिए दो एकड़ जमीन ही थी। इसमें बड़ी मुश्किल से गुजारा होता था। यदि इस मामले को सुलझाया नहीं गया तो बिना लोन चुकता करे न तो किसान जमीन पर ऋण ले सकता है न ही बेच सकता है। इससे पीड़ित परिवार इतना हताश है कि उसने आत्महत्या करने की चेतावनी दी है।


यह मामला जानकारी में है। शिकायतकर्ता शिकायत लेकर आया था। देहात थाना प्रभारी को पर्याप्त दस्तावेज जुटाकर इस प्रकरण में एफआईआर दर्ज करने को पत्र लिखा है। मामले में यदि बैंक से कोई जालसाजी में शामिल पाया गया तो उस पर भी मामला दर्ज किया जाएगा।


एनके कोली, एसडीओपी खुरई