दुकानें बंद रखकर व्यापारियों ने दिया धरना, पैदल मार्च निकालकर बंद कराई दुकानें

सागर । नगर निगम द्वारा दुकानों का किराया बढ़ाने के विरोध में तीन मढ़िया पर धरना दे रहे व्यापारियों ने सोमवार को अपनी-अपनी दुकानें बंद रखकर नगर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। निगम के किरायेदार सैंकड़ों व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखकर दोपहर करीब एक बजे पैदल मार्च निकाला और शहर के विभिन्ना बाजारों में पहुंचकर दुकानें बंद कराई। धरना प्रदर्शन के दूसरे दिन भी निगम प्रशासन ने दुकानदारों से चर्चा करने से लेकर अन्य कोई पहल नहीं की।


नगर निगम की तानाशाही के विरोध में उसके अंतर्गत आने वाली 2300 दुकानें दोपहर 3 बजे तक बंद रहीं। हालांकि इन दुकानदारों में से आधे ही दुकानदार थोड़ी-थोड़ी देर के लिए धरना स्थल पर पहुंचे, लेकिन जब जुलूस निकला तो दुकानदारों की भीड़ बढ़ गई। व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष भीष्म राजपूत ने बताया कि नगर निगम प्रशासन से निश्चित किराये में करीब 10 गुना किराया एवं पेनॉल्टी व अन्य कर बढ़ाया है। निगम राजपत्र का पालन नहीं कर रहा है, जिसके विरोध में निगम के अंतर्गत आने वाले आधा दर्जन बाजार के दुकानदारों ने सामूहिक रूप से अपनी दुकानें बंद रखीं। इस दौरान व्यापारियों ने निगम प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया।


 

निगम प्रशासन दो साल से कर रहा गुमराह


धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए संघ के उपाध्यक्ष सुरेश पंजवानी ने कहा निगम प्रशासन विगत 2 वर्षों से व्यापारियों को किराये के नाम पर गुमराह कर रहा है। इसके विरोध में व्यापारियों को अपना अपना व्यापार छोड़कर धरना स्थल पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा। सुशील साहू ने कहा कि नगर निगम द्वारा राजपत्र का कहीं से कहीं तक पालन नहीं किया जा रहा है, जिसके चलते हम सब व्यापारियों को धरना देना पड़ रहा है। संघ के महामंत्री विकास केशरवानी ने कहा कि व्यापारी महाजनों की श्रेणी में आते हैं, लेकिन जिस प्रकार निगम प्रशासन व्यापारियों के साथ तानाशाही रवैया अपना रहा है इसका हम पुरजोर विरोध करते हैं। व्यापारियों ने भी अपना व्यापार बंद रखकर एकता का परिचय दिया है।


 

मांगे नहीं मानीं तो हाइकोर्ट में लगाएंगे केस


व्यापारी रफीक खान ने कहा कि अगर निगम प्रशासन हम सभी व्यापारियों की मांगें नहीं मानता है तो शीघ्र ही हाईकोर्ट में केस लगाया जाएगा। हाजी मुख्तार ने कहा कि निगम प्रशासन द्वारा व्यापारी को गुमराह किया जाता है और सूचना अधिकार के तहत जानकारी मांगी जाती है तो जानकारी नहीं दी जाती है। दोपहर तक दुकानें बंद होने के कारण बाजार में लाखों रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ तो वहीं लोग भी परेशान हुए। धरना प्रदर्शन को कई व्यापारियों ने संबोधित किया। इस दौरान प्रमुख रूप से गिरधारी लाल केशरवानी, गन्नाू केशरवानी, सुरेश कटारिया, मोहन सडानी, प्रशांत, शिवा गुप्ता, प्रिंस जैन, शिवम, रोशन केशरवानी, जब्बार हाजी, मुन्नाा जैन, मोहम्मद अयूब कमानी आदि मौजूद थे।