ओलावृष्टि ने बढ़ाई चिंता, मसूर को फसल को 30 प्रतिशत का नुकसान

नरयावली / राहतगढ़ ब्लॉक के जरुवाखेड़ा व नरयावली सर्किल में रात बेमौसम बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। किसानों का कहना है कि ओलों का आकार चने के बराबर था। देररात हुई इस बारिश के बाद सुबह जाकर देखा तो गेहूं, चना की फसल खेतों में आड़ी पड़ी मिली। फसल पूरी तरह भीग चुकी थी। वहीं मसूर की फसल जो खेतों में कट कर रखी गई थी, वह ओलों की मार से मिट्टी में ही मिल गई। मसूर की फसल को 30 से 35 प्रतिशत तक नुकसान की आशंका है। वहीं जो फसल पककर खड़ी है, वह भी ओलों की मार से झड़ गई है। उसमें भी बहुत नुकसान होगा। जरुवाखेड़ा में बंसिया, जलंधर, लक्ष्मनपुरा आदि गांव में ओले गिरे। वहीं नरयावली क्षेत्र में किशनपुरा, ईशुरवारा, सेमरा, बेरखेरी चपंत, सेमरा लहरिया सहित अन्य गांवों में ओले गिरे हैं।


 

मसूर को सबसे अधिक नुकसान


ओलावृष्टि की वजह से मसूर को सबसे अधिक नुकसान है। जो फसल कटकर खलियान में रखी है, वह तो जमीन में ही मिल गई है। चना व गेहूं की फसल भी खेतों में आड़ी बिछ गई हैं। पानी लगने से फसल सड़ने की आशंका है।