मोक्ष कल्याणक पर चढ़ाए गए निर्वाण लाडू, मूल नायक की प्रतिमा का हुआ महामस्तकाभिषेक

सागर । भगवान चंद्रप्रभु के मोक्ष कल्याणक के उपलक्ष्य में कटरा नमक मंडी स्थित गौराबाई दिगंबर जैन मंदिर में सोमवार को मूल नायक प्रतिमा का महामस्तकाभिषेक किया गया। इस अवसर पर भगवान को निर्वाण लाडू चढ़ाए गए।


मंदिर में पंडित उदयचंद शास्त्री के निर्देशन में कार्यक्रम हुआ। सौधर्म इंद्र सुरेंद्र कुमार, संतोष कुमार, ईशान इंद्र चक्रेश कुमार आदि ने प्रथम कलश अभिषेक किया। इस अवसर पर श्रृद्धालुओं ने भी अभिषेक किया। निर्वाण लाडू समर्पण करने का सौभाग्य सत्येंद्र कुमार, संदीप कुमार व प्रेमचंद्र गुप्ता परिवार को मिला। इस अवसर पर चमत्कार चंद्रप्रभु विधान का आयोजन किया गया। अक्षय जैन एंड पार्टी द्वारा संगीतमय विधान हुआ। वहीं वर्णी भवन मोराजी की मूलनायक अतिशयकारी प्रतिमा चंद्रप्रभु भगवान के अभिषेक के बाद शांतिधारा पूजन हुआ। इस अवसर पर निर्वाण लाडू चढ़ाए गए। कटरा वार्ड स्थित चंद्रप्रभु जिनालय वर्णी कॉलोनी में मूलनायक प्रतिमा के अभिषेक शांतिधारा के बाद निर्वाण लाडू चढ़ाए गए, कॉलोनी की महिला समिति द्वारा बनाए गए निर्वाण लाडू की शोभायात्रा निकाली गई, जिसके बाद मंदिर में विधि विधान पूर्वक निर्वाण लाडू चढ़ाए गए, कटरा नमक मंडी स्थित चंद्रप्रभु मंदिर सिंघई में भी निर्वाण लाडू चढ़ाए गए।


 

वेदी प्रतिष्ठा समारोह आज


मुनिश्री विमल सागर, मुनिश्री अनंत सागर, मुनिश्री धर्म सागर, मुनिश्री अचल सागर, मुनिश्री भाव सागर महाराज के सानिध्य में रामपुरा वार्ड में वासुपूज्य जिनालय दिगम्बर जैन मंदिर, सुभांशु जैन एवं आकाश जैन इंदौर के निर्देशन में सिद्धचक्र महामंडल विधान चल रहा है। इस अवसर पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री विमल सागर महाराज ने कहा कि इस पर्व में जो व्रत उपवास करने से जीवन में विशेष उपलब्धि मिलती है। नंदीश्वर में जाकर विशेष द्रव्य से पूजन करते है। मुनिश्री अचल सागर ने कहा कि धार्मिक क्रियाओं को अच्छे से करना चाहिए। मंगलवार को प्रातः 6 बजे अभिषेक, शांतिधारा, पूजन, मुनिश्री के प्रवचन एवं वेदी प्रतिष्ठा की क्रियाएं होंगी।