बीजरी के पास गंभीर घायल मिला था युवक, साथी बता रहे कार से दुर्घटना, परिजन बता रहे साथियों ने हत्या की है

सागर । बंडा थाना क्षेत्र के पास बीती रात दोस्तों के साथ गया एक युवक गंभीर घायल अवस्था में मिला था, जिसे बंडा अस्पताल लाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। उसके साथ एक अन्य साथी भी घायल बताया जा रहा है। मृतक के साथी मामले को कार बैक करते समय दुर्घटना होना बता रहे थे। परिजनों ने स्पष्ट तौर पर युवक की हत्या बता रहे हैं। मामला बेहद संदिग्ध होने के चलते सागर में पैनल पीएम कराया गया है, वहीं सीएसपी स्तर के अधिकारी को मामले की जांच के लिए बंडा भेजा गया था। पुलिस दोनों पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है।


पुलिस के अनुसार बीती देर रात बीजरी के पास दुर्घटना और दो युवकों के घायल होने की सूचना मिली थी। मौके पर एक काली स्कॉर्पियो कार क्रमांक एमपी 15 सीबी 8967 से दुर्घटना होना बताया जा रहा है। युवकों को बंडा अस्पताल लाया गया जहां मनोज उर्फ छोटू यादव पिता श्यामलाल यादव उम्र 22 साल को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि पीयूष नाम के दूसरे युवक का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मामले में जब परिजनों को अस्पताल बुलाया गया तो उनके परिजन स्पष्ट तौर पर मनोज के साथियों पर हत्या का आरोप लगाने लगे। मामला गंभीर व संदिग्ध होने पर पुलिस ने पैनल पीएम का फैसला लिया और सागर जिला अस्पताल में पैनल पीएम कराया गया है। मामले में पुलिस अधीक्षक स्तर तक शिकायत पहुंचने पर सीएसपी स्तर के अधिकारी को जांच के लिए भेजा गया था।


 

मामले में बंडा थाना प्रभारी कमल सिंह ने बताया कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद मामले में स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। इधर मृतक मनोज यादव का साथी अस्पताल में भर्ती है, स्थिति ठीक होने पर उसके बयान लिए जाएंगे। टीआई सिंह के अनुसार मामला एक्सीडेंट और गाड़ी बैक होने के कारण दुर्घटना होना बताया जा रहा है, लेकिन पूरा मामला संदिग्ध लग रहा है। घटना स्थल की परिस्थितियां भी अलग कहानी बयां कर रही है। फिलहाल हादसा और हत्या दोनों पहलुओं को सामने रखकर जांच की जा रही है। मामले में एफएसएल की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की है।


 

मामले में मृतक मनोज यादव के भाई दीपक यादव ने पुलिस को एक आवेदन दिया है। इसमें कहा गया है कि बीते रोज उसके भाई मनोज को लेने उसके कुछ साथी आए थे। आवेदन में साथियों के नाम भी खोले गए हैं। दीपक व अन्य परिजनों ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि मनोज ने जाने से मना कर दिया था, लेकिन साथी दबाव डालकर ले गए। वह काफी दूर तक पीछे भी गया था जहां रेस्ट हास के पास उनका भाई को एक काली स्कॉर्पियों में बैठाकर ले गए थे। रात में उसके चाचा का फोन आया और अस्पताल बुलाया तो वहां मनोज की मौत हो चुकी थी। मामले में परिजन व भाईयों ने घर से ले जाने वाले साथियों पर निर्मम हत्या का आरोप लगाया है।