सागर । तिली स्थित आवासीय विद्यालय के छात्रावास में 12वीं कक्षा के एक विद्यार्थी के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। हालांकि यह मारपीट विद्यार्थियों में हुए आपसी विवाद में हुई, लेकिन स्कूल प्रबंधन को इसकी जानकारी तक नहीं लगी। जब छात्र ठीक से चल उठ नहीं पा रहा था तो छात्रावास के अधीक्षक ने विद्यार्थियों के इलाज को न ले जाने के स्थान पर परिजनों को सूचित किया। परिजन उसे घर ले गए तो विद्यार्थी ने बताया कि उसे छात्रावास में ही रहने वाले 7 विद्यार्थियों ने मारपीट की है।
इस घटना के बाद विद्यार्थी का इलाज मकरोनिया स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार सिर पर गंभीर चोट आई है। जिसका इलाज जारी है। इस मारपीट में इस विद्यार्थी वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं हुआ। तिली चौकी से मिली जानकारी के मुताबिक 27 फरवरी को ज्ञानोदय के विद्यार्थी की एमएलसी की गई थी। मामला सिविल लाइन थाने का है, जहां रिपोर्ट अब तक नहीं भेजी गई है।
दो माह पहले की थी शिकायत
घायल विद्यार्थी के पिता जमनादास कोरी ने बताया कि घर आने के बाद बेटा कुछ बोलने की स्थिति में नहीं था। चार साल से वह अपनी क्लास का टॉपर था। उसने दो माह पहले बताया था कि कुछ छात्र छात्रावास में बीड़ी, सिगरेट व शराब पीते है और मुझे भी मजबूर करते हैं। किसी को यह बात बताने पर जान से मारने की धमकी देते हैं, इस बात की शिकायत प्राचार्य से की थी। जिसके बाद कमरा बदल दिया, लेकिन उन विद्यार्थियों ने मेरे बेटे का पीछे नहीं छोड़ा और 26 फरवरी की रात पिटाई कर दी, जिसे पहले तिली में भर्ती कराया था, जहां से एमएलसी के बाद उसे रेफर कर मेडिकल में भर्ती कराया। गंभीर चोट के कारण मेडिकल से निजी अस्पताल लाना पड़ा। जहां इलाज जारी है। इस विषय में जब प्राचार्य व अधीक्षक से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने कॉल व मैसेज का जवाब नहीं दिया।
विद्यार्थी ने स्कूल में जानकारी नहीं दी
इस मामले की जानकारी लगते ही प्राचार्य एसके चौरसिया से रिपोर्ट मांगी है। पिटाई करने वाले विद्यार्थियों के परिजनों को भी बुलाया है। विद्यार्थी द्वारा इस घटना के विषय में स्कूल में कोई जानकारी नहीं दी। बताया जाता है कि विद्यार्थी मानसिक रूप से बीमार है। इसी कारण विद्यार्थियों में आपस में झगड़ा हुआ। सूचना मिली है कि विद्यार्थी के चोटिल हो जाने से उसका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है।
एमएस मरावी, डीसी, आदिम जाति कल्याण विभाग, सागर।